Russia-Ukraine War: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने बड़ा दांव चला है. रूस ने खेरासन और जापोरिजिया को स्वतंत्र राज्य घोषित कर दिया है. रूस का ये कदम काफी अहम माना जा रहा है. रूस ने रेफरेंडम वाले चार इलाकों को अपना कब्जा घोषित करने से पहले इन दो क्षेत्रों को स्वतंत्र प्रदेश घोषित किया है.
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले सात महीनों से युद्ध (Russia Ukraine War) जारी है. युद्ध के दौरान रूस ने यूक्रेन के कई इलाकों पर कब्जा करने का दावा किया था. अब रूस ने जेपोरेजिया और खेरसन को स्वतंत्र राज्य घोषित कर दिया है. इन दोनों क्षेत्रों की आजादी से जुड़े दस्तावेजों पर पुतिन ने हस्ताक्षर कर दिए हैं.
क्या कहते हैं दस्तावेज
दस्तावेजों के अनुसार यह फैसला पूरी तरह से अंतर्राष्ट्रीय कानून (International Law) के सार्वभौमिक सिद्धांतों और मानदंडों पर आधारित है. यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर के स्थापित लोगों की समानता के सिद्धांत को स्वीकार करता है. दोनों ही उस दिन से स्वतंत्र राज्य हो गए हैं, जिस दिन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए गए थे.
रूस का हिस्सा बनने पर रिफरेडम 23 से 27 सितंबर तक डीपीआर और एलपीआर, साथ ही जापोरोजे और खेरसॉन क्षेत्रों में आयोजित किए गए थे. जापोरोजे और खेरसॉन क्षेत्रों में, मतपत्र प्रश्न इस तरह पढ़ा गया था “क्या आप पक्ष में हैं यूक्रेन छोड़कर, एक स्वतंत्र राज्य बनाने और रूसी संघ में शामिल होने के क्षेत्र में?” इससे पहले पुतिन ने कहा था कि मॉस्को इन रिफरेडम संग्रह के दौरान किए गए फैसले का समर्थन करेगा.
जनमत संग्रह पर जेलेंस्की का रुख
जनमत संग्रह को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने हाल ही में बयान जारी किया था कि कब्जे वाले क्षेत्र में इस तमाशे को जनमत संग्रह की नकल भी नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा था कि वह अपने लोगों की रक्षा के लिए काम करेंगे. ये तो यह है कि रूस के इस कदम से यूक्रेन और रूस के बीच तनाब और बढ़ गया है.
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